Wednesday 17 April 2013

ठोको कील शकील के, बके बयान कमाल-


धमाचौकड़ी धमाके, माँ के बाँके लाल । 
ठोको कील शकील के, बके बयान कमाल । 
बके बयान कमाल, माल से वोट कमाओ । 
धरा खून से लाल, लाल पी एम् बनवाओ । 
समझौता नक्सली, दोस्त आतंकी आओ । 
मारो पब्लिक धूर्त, दुबारा चलो जिताओ ॥ 


उपेक्षित होने का दर्द कहलवा रहा है दूसरे ब्लॉगों को Bakwas

DR. ANWER JAMAL 
 Blog News   
बच्ची बच्चा बस बचा, चचा चची का जोर । 
धमाचौकड़ी ले मचा, नचा रहा मन-मोर । 

नचा रहा मन-मोर, मुबारक क्लिक किलकारी । 
लिखते ब्लॉग करोर, किन्तु कुछ ही नर नारी । 
डालें व्यापक छाप, छाप कर झूठी सच्ची । 
कर रविकर तू वोट,  जियें कुल बच्चा बच्ची ॥ 

6 comments:

  1. वाह !!! बहुत बेहतरीन रचना,आभार,

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  2. बहुत सुन्दर गुरूजी :)

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

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  3. जगह जगह से चुनकर आपने बहुत अच्छे लिंक्स इकठ्ठा किये हैं.

    'ब्लॉग की खबरें' वाली पोस्ट को स्थान देने के लिये शुक्रिया.

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